
बांस रैटल टॉय
100% बायोडिग्रेडेबल बांस से बना खिलौना जो आपके फुर्तीले दोस्त को घंटों व्यस्त रखे।
- चबाने-योग्य सुरक्षित रेशा
- नियमित दाँत साफ़ी
हमारे विज्ञान-समर्थित, पर्यावरण-मित्र cat उत्पादों से अपने फ़र-बच्चों को दें स्वास्थ्य और मनोरंजन दोनों का भरोसा।
2010 में एक छोटे बेंगलुरु गैरेज से शुरू होकर Purrfect Paws ने पशु-कल्याण को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। आज हमारे पास 120 से अधिक स्वदेशी उत्पाद हैं तथा 40% से अधिक महिला-कर्मचारी हमारे रचनात्मक दल का हिस्सा हैं। हमारा मिशन स्पष्ट है—“हर बिल्ली को सुरक्षित, टिकाऊ और आनंददायक अनुभव देना।”
100% बायोडिग्रेडेबल बांस से बना खिलौना जो आपके फुर्तीले दोस्त को घंटों व्यस्त रखे।
स्पेस-सेविंग डिज़ाइन जो छोटे अपार्टमेंट्स में भी ऊँचाई का मज़ा देता है।
ऐलोवेरा-इंफ्यूज़्ड शैम्पू व बारीक दाँतों की कंघी से फ्री शेडिंग।
पोषण विज्ञानी, पशु चिकित्सक और कैट बिहेवियरिस्ट संयुक्त रूप से डेटा-निर्देशित आवश्यकता निर्धारित करते हैं।
हमारे डिजाइन लैब में CNC व UV प्रिंट तकनीक से प्रोटोटाइप 24 घंटे में तैयार।
IoT QC स्कैनर हर बैच पर 42 पॉइंट चेकलिस्ट सुनिश्चित करता है।
रोबोटिक आर्म्स द्वारा मानव-स्पर्श रहित सीलिंग—हाइजीन को प्राथमिकता।
हमारे सभी खिलौने 70% बांस, 20% पुनर्नवीनीकरण कपड़ा तथा 10% प्लांट-आधारित PLA से निर्मित होते हैं। 2018-2023 के बीच हमने उत्पादन जल-खपत को 35% तक घटाया है।
“मेरी बिल्ली ‘लड्डू’ को बांस रैटल इतना पसंद आया कि अब वह हमारे सोफे को नज़रअंदाज़ करती है। क्विक-डिलीवरी और इको-फ्रेंडली पैकिंग ने मेरा दिल जीत लिया।”
राजीव अरोड़ा, मुंबई“एक पशु चिकित्सक के रूप में, मैं इनके खाद्य-ग्रेड मटेरियल टेस्ट्स और ISO मानकों से प्रभावित हूँ। उत्पाद सुरक्षित और व्यवहार-उत्तेजक दोनों हैं।”
डॉ. अनामिका सिन्हा, कोलकाता“हमारे अहमदाबाद स्टोर में Purrfect Paws की शेल्फ़-रोटेशन सबसे तेज़ है। ग्राहक ब्रांड वैल्यू और टिकाऊ कहानी को पसंद करते हैं।”
अर्पित शाह, रिटेल पार्टनर“Stray-Care NGO को दिए गए खिलौने और भोजन-बोल्स ने 300+ सड़कों की बिल्लियों को सुरक्षित मनोरंजन प्रदान किया। CSR पहल सराहनीय है।”
स्मिता मेनन, बेंगलुरु“ग्रूम-किट ने मेरी बिल्ली ‘मिस्टी’ की रूसी समस्या को एक हफ़्ते में कम कर दिया। खुशबू हल्की और ताज़ा है।”
रीना देसाई, पुणे“कैट ट्री की मॉड्यूलरिटी ने छोटे फ्लैट में बड़ी जगह बचाई। असेंबली मात्र दस मिनट में हो गई, साधारण टूल्स से।”
समीर खान, हैदराबाद